रणकपुर गाव में एक बहुत प्यारा परिवार रहता था।
उस परिवार में राम के माता -पिता और एक प्यारी सी बहन रहती थी। जिसका नाम रौनक था जैसा उसका नाम था वैसा उसका व्यवहार भी था वह घर में सबसे बहुत प्यार करती थी खास कर अपने छोटे भाई राम से।
अब रौनक की उम्र सादी के लायक हो गयी थी और माता पिता को भी इसकी बहुत चिंता थी माता पिता ने एक अच्छा सा रिस्ता देख कर उसकी शादी करा दी।।
सादी को पूरे 10 दिन हो गए थे और वो उसी दिन घर आने वाली थी और सौभाग्य इस बात का भी था कि उसी दिन रौन
क का जन्मदिन था।
उस घर में ।।।।। उस दिन,,,
पिताजी राम को जोऱ से चिल्लाते हैं ।
राम दौड़ता हुआ आता है, और पिताजी जी से पूछता है?
क्या बात है पिताजी?
पिताजी-क्या तूझे पता नहीं है, आज तेरी प्यारी बहन रौनक पाने ससुराल से मइके आ रही है?
वह इस बार हम सभी के साथ अपना जन्मदिन मनायेगी..
अब जल्दी से स्टेशन जा और अपनी बहन को लेके आ,
हाँ और सुन...तू अपनी नई गाड़ी लेकर जा जो तूने कल खरीदी है...
उसे बहुत अच्छा लगेगा ,
राम - लेकिन मेरी गाड़ी तो मेरा दोस्त श्याम ले गया है सुबह ही...
और आपकी गाड़ी भी ड्राइवर रामु ये कहकर ले गया कि गाड़ी की ब्रेक चेक करवानी है।
पिता जी - ठीक है तो तू स्टेशन तो जा किसी की गाड़ी लेकर
या किराया की करके?
उसे बहुत खुशी मिलेगी ।
राम - अरे पिता जी अब रौनक बच्ची है क्या जो स्टेशन से आ नहीं सकेगी?
आ जायेगी आप चिंता क्यों करते हो कोई टैक्सी या आटो लेकर-----
पिताजी - राम तूझे शर्म नहीं आती ऐसा बोलते हुए? घर मे गाड़ियाँ होते हुए भी घर की प्यारी बेटी किसी टैक्सी या आटो से आयेगी?
राम- ठीक है पिताजी आप जाओ मुझे बहुत काम है मैं जा नहीं सकता ।
पिताजी - तूझे अपनी बहन की थोड़ी भी फिकर नहीं? शादी हो गई तो क्या बहन पराई हो गई ?
क्या उसे हम सबका प्यार पाने का हक नहीं?
तेरा जितना अधिकार है इस घर में,
उतना ही तेरी बहन का भी है। कोई भी बेटी या बहन मायके छोड़ने के बाद पराई नहीं होती।
राम- मगर मेरे लिए वह पराई हो चुकी है और इस घर पर सिर्फ मेरा अधिकार है।
पिता जी को ये सारी बाते सुनकर राम पर गुस्सा आ जाता है और।।
अचानक पिताजी का हाथ उठ जाता है राम पर,
और तभी माँ वहां पर आ जाती है ।
मम्मी - आप कुछ शरम तो कीजिए ऐसे जवान बेटे पर हाँथ बिलकुल नहीं उठाते।
पिताजी - तुमने सुना नहीं इसने क्या कहा, ?
अपनी बहन को पराया कहता है ये वही बहन है जो इससे एक पल भी जुदा नहीं होती थी
हर पल इसका ख्याल रखती थी। पाकेट मनी से भी बचाकर इसके लिए कुछ न कुछ खरीद देती थी। बिदाई के वक्त भी हमसे ज्यादा अपने भाई से गले लगकर रोई थी।
और ये आज उसी बहन को पराया कहता है।
राम-(मुस्कुराकर) बुआ का भी तो आज ही जन्मदिन है पापा...वह कई बार इस घर मे आई है मगर हर बार अॉटो से आई है..आपने कभी भी अपनी गाड़ी लेकर उन्हें लेने नहीं गये...
माना वह आज वह तंगी मे है मगर कल वह भी बहुत अमीर थी । आपको मुझको इस घर को उन्होंने दिल खोलकर सहायता और सहयोग किया है।
बुआ भी इसी घर से बिदा हुई थी फिर रौनक दी और बुआ मे फर्क कैसा।
रौनक मेरी बहन है तो बुआ भी तो आपकी बहन है।
पापा... आप मेरे मार्गदर्शक हो आप मेरे हीरो हो मगर बस इसी बात से मैं हरपल अकेले में रोता हूँ।
की तभी बाहर गाड़ी रूकने की आवाज आती है....
तब तक पापा भी प्रिंस की बातों से पश्चाताप की
आग मे जलकर रोने लगे और इधर राम भी
कि रौनक दौड़कर पापा मम्मी से गले मिलती है..
लेकिन उनकी हालत देखकर पूछती है कि क्या हुआ पापा?
पापा - तेरा भाई आज मेरा भी पापा बन गया है ।
रौनक - ए पागल...!!
नई गाड़ी की बात है न?
बहुत ही अच्छी है मैंने ड्राइवर को पीछे बिठाकर खुद चलाके आई हूँ और कलर भी मेरी पसंद का है।
राम- happy birthday to you दी...वह गाड़ी आपकी है और इस छोटे राम की तरफ से आपको birthday gift..!!
रौनक ये बात सुनते ही खुशी से उछल पड़ती है कि तभी बुआ भी अंदर आती है ।
बुआ - क्या भैया आप भी न, ???
न फोन न कोई खबर,
अचानक भेज दी गाड़ी आपने, भागकर आई हूँ खुशी से
ऐसा लगा कि पापा आज भी जिंदा हैं ..
इधर पिताजी अपनी पलकों मे आँसू लिये राम की ओर देखते हैं
और राम पापा को चुप रहने का इशारा करता है।
इधर बुआ कहती जाती है कि मैं कितनी भाग्यशाली हूँ
कि मुझे बाप जैसा भैया मिला,
ईश्वर करे मुझे हर जन्म मे आप ही भैया मिले...
पापा
मम्मी को पता चल गया था कि..
ये सब राम की करतूत है,
मगर आज फिर एक बार रिश्तों को मजबूती से जुड़ते देखकर वह अंदर से खुशी से टूटकर रोने लगे। उन्हें अब पूरा यकीन था कि...
मेरे जाने के बाद भी मेरा राम रिश्तों को सदा हिफाजत से रखेगा
बेटी और बहन
ये दो बेहद अनमोल शब्द हैं
जिनकी उम्र बहुत कम होती है । क्योंकि शादी के बाद बेटी और बहन किसी की पत्नी तो किसी की भाभी और किसी की बहू बनकर रह जाती है।
शायद लड़कियाँ इसी लिए मायके आती होंगी कि...
उन्हें फिर से बेटी और बहन शब्द सुनने को बहुत मन करता होगा।।।।।
दोस्तों कैसी लगी आपको ये कहानी जवाब जरूर दे
धन्यवाद।।।।।।।
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